हेतु –
झाबुआ जिला जनजातीय बाहुलय जिला है। 85 प्रतिशत आदिवासी और 15 प्रतिशत अन्य वर्ग के लोग है। ऐसे में बच्चों में समरसता का भाव लाने के उद्देश्य से विद्यालय में प्रतिमास समरसता भोज का आयोजन किया जाता है।
प्रयोग –
समरसता भोज में सभी बच्चों से किसी एक प्रकार की सब्जी व रोटी लाने का आव्हान किया जाता है। फिर उन्हें दो पात्र में एकत्रित कर सभी बच्चों को परोस कर भोजन कराया जाता है। शुरूआत में कई समस्याएं आई कुछ बच्चे व्रत का बहाना कर भोजन करने से इंकार कर देते व कुछ विद्यालय ही नहीं आते। लेकिन धीरे-धीरे बच्चों अच्छा लगने लगा।
परिणाम:-
समरसता भोज का बड़ा ही सार्थक परिणाम सामने आया। जो बच्चे भोजन नही ला पाते उन्हें भी भोजन उपलब्ध हुआ। बच्चे अतिरिक्त भोजन लाने लगे और ऊॅंच-नीच का भेद भुलाकर सभी समरसता भोज का आनंद लेने लगे। इस पूरे प्रकटप में शिक्षक भी सम्मिलित होते है।