हेतु –
विद्यार्थियों में दान देने की प्रवृति का विकास हो व परोपकार की भावना जाग्रत करने के उद्देश्य से खिचडी दान किया जाता है।
प्रयास–
विगत 25 वर्षों से विद्यालय में मकर संक्रांति के अवसर पर विद्यार्थियों के द्वारा दाल व चावल एकत्रित की जाती है। यह कार्य मकर संक्राति से दो–तीन दिन पूर्व प्रारंभ हो जाता है। लगभग देा क्विंटल खिचडी का संग्रहण होता है। जिसे शिक्षक और विद्यार्थी दोनों सामूहिक रूप से आश्रम में जाकर दान देते है।
परिणाम:-
छात्रों में दान देने की प्रवृति का विकास हुआ है। जनवरी माह आते ही विद्यार्थियों में चर्चा प्रारंभ हो जाती है व सभी कक्षा में अधिक खिचडी एकत्रित करने की प्रतिस्पर्धा छिड जाती है। आर्थिक विपन्नता कहीं इस दान में आडे नहीं आती है।